महिलाओं के उत्थान में क्रांति ज्योति माता सावित्री बाई फुले जी का अहम योगदान: आशीष पटेल
अपना दल (एस) कार्यालय पर महिला सशक्तिकरण की प्रतीक माता सावित्री बाई फुले की मनाई गई जयंती
लखनऊ(यूपी)।“महिलाओं के उत्थान में क्रांति ज्योति माता सावित्री बाई फुले जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। माता सावित्री बाई फुले ने अनेक विरोधों को झेलते हुए 19वीं सदी में महिलाओं को शिक्षित करने का जो अलख जगाया, आज उसी का प्रतिफल है कि भारत की महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। माता सावित्रीबाई फुले महिला सशक्तिकरण की प्रतीक हैं।“ माता सावित्री बाई फुले जी की जयंती के अवसर पर अपना दल (एस) के कैंप कार्यालय में आयोजित जयंती समारोह के अवसर पर पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल जी ने यह विचार व्यक्त किया।
आशीष पटेल ने कहा कि माता सावित्री बाई फुले ने जब महिलाओं को शिक्षित करने का अभियान शुरू किया तो उन्हें कई तरह के विरोध का सामना करना पड़ा। स्कूल जाते समय रूढ़िवादी समाज के लोग उनके ऊपर सड़े प्याज और टमाटर फेंकते थे, बावजूद इसके महिलाओं को शिक्षित करने के अभियान से वह पीछे नहीं हटीं। माता सावित्री बाई फुले ने 1848 से 1851 के बीच डेढ़ दर्जन स्कूल खुलवाया।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार पाल ने कहा कि आज भारत की महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता के नए कीर्तिमान रच रही हैं। इसका श्रेय माता सावित्रीबाई फुले जी को जाता है। इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल, राष्ट्रीय महासचिव आरबी सिंह, कोषाध्यक्ष ओपी कटियार, राष्ट्रीय सचिव राजेश पटेल बुलबुल व विनोद गंगवार, दर्जा प्राप्त मंत्री रेखा वर्मा व राम लखन पटेल, व्यापार मंच के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार सिंह सोलंकी, युवा मंच के प्रदेश महासचिव संजीव सिंह राठौर, विधि मंच की वरिष्ठ पदाधिकारी समता बिंद इत्यादि उपस्थित थे।
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