November 15, 2024

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बदलते मौसम में बच्चों की सेहत का ऐसे रखें विशेष ध्यान

डॉ राजीव कुमार

डॉ राजीव कुमार

बच्चों की दिनचर्या में समय पर सोने और जागने की आदत डालनी चाहिए ताकि उनकी नींद पूरी हो और वे स्वस्थ रहें।

मुजफ्फरपुर : जैसे-जैसे मौसम बदलता है, खासकर ठंड का आगमन होता है, बच्चों की सेहत पर इसका गहरा असर पड़ सकता है। ठंडी हवा, तापमान में अचानक गिरावट, और दिन की तीखी धूप बच्चों के स्वास्थ्य को चुनौती दे सकती है। इस मौसम में सर्दी-जुकाम की समस्या तो आम है, लेकिन इसके साथ ही बुखार, उल्टी-दस्त, स्किन इंफेक्शन, रैशेज, पेट दर्द, ड्राय कफ, डिहाइड्रेशन, निमोनिया और वायरल इंफेक्शन जैसी गंभीर समस्याएं भी बच्चों को परेशान कर सकती हैं। एसकेएमसीएच के वरिष्ठ शिशु चिकित्सक डॉ. राजीव कुमार ने एक विशेष बातचीत में इन समस्याओं से बचाव के उपाय साझा किए हैं।

बच्चों को गर्म रखें, ठंड से बचाएं

ठंड के मौसम में छोटे बच्चों का शरीर जल्दी ठंड पकड़ता है, जिससे वे बीमार पड़ सकते हैं। डॉ. कुमार बताते हैं कि बच्चों की सांस की नली संकरी होती है, और ठंड में बलगम जमने से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए, बच्चों को गर्म कपड़े पहनाना, उन्हें गर्म वातावरण में रखना और हल्की ठंड को भी गंभीरता से लेना जरूरी है। हल्की ठंड की अनदेखी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है, खासकर सर्दी-जुकाम और खांसी जैसी समस्याएं।

साफ-सफाई का विशेष ध्यान

बदलते मौसम में साफ-सफाई पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। गंदगी, धूल, और धक्कड़ से बच्चों को दूर रखना चाहिए, क्योंकि ये उनके लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। डॉ. कुमार सलाह देते हैं कि बच्चों का बदन तौलिये से हल्के गीलेपन के साथ पोंछना चाहिए और स्नान कम कराना चाहिए। इससे बच्चों की त्वचा की नमी बरकरार रहती है और वे ठंड से बचे रहते हैं।

खानपान और हाइड्रेशन का महत्व

सर्दी के मौसम में बच्चों के खानपान का खास ख्याल रखना जरूरी है। उन्हें पौष्टिक आहार देना चाहिए, जिसमें ताजे फल, सब्जियां और गर्म तरल पदार्थ शामिल हों। पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाना भी आवश्यक है ताकि उनका शरीर हाइड्रेटेड रहे। इसके साथ ही, बच्चों को गरमागरम सूप, हल्दी वाला दूध और अन्य पौष्टिक पेय पदार्थ देने से उनकी इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।

मालिश और गर्म तेल का उपयोग

डॉ. कुमार ने बताया कि सर्दियों में बच्चों की मालिश करना बेहद लाभकारी होता है। गर्म तेल से मालिश करने से न केवल बच्चों का शरीर गर्म रहता है, बल्कि उनकी मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। यह उनके रक्त संचार को बेहतर करता है और उन्हें ठंड से बचाता है। मालिश के बाद बच्चों को तुरंत गर्म कपड़े पहनाना चाहिए ताकि उनकी शरीर की गर्माहट बरकरार रहे।

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बदलते मौसम में सावधानी ही बचाव

बदलते मौसम में बच्चों की सेहत को लेकर माता-पिता को सतर्क रहना चाहिए। हल्के बुखार, खांसी, या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या को नजरअंदाज न करें। यदि कोई लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। डॉ. राजीव कुमार ने जोर देकर कहा कि सही समय पर उपचार और सावधानी बरतने से बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है।

खेलकूद और दिनचर्या में लाएं बदलाव

सर्दियों में बच्चों की शारीरिक गतिविधियों में कमी आ जाती है, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इसलिए, उन्हें घर के अंदर ही हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और खेलकूद की आदत डालनी चाहिए। इससे उनका शरीर सक्रिय रहता है और इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। इसके साथ ही, बच्चों की दिनचर्या में समय पर सोने और जागने की आदत डालनी चाहिए ताकि उनकी नींद पूरी हो और वे स्वस्थ रहें।

डॉक्टर से नियमित परामर्श

डॉ. राजीव कुमार ने इस बात पर भी जोर दिया कि माता-पिता को नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। खासकर सर्दियों के मौसम में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कराना महत्वपूर्ण है। समय पर दी गई सलाह और सही देखभाल से बच्चों को कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है।

बदलते मौसम में बच्चों की सेहत का ध्यान रखना एक चुनौती हो सकता है, लेकिन उचित सावधानी और सही देखभाल से इसे आसानी से संभाला जा सकता है। माता-पिता की सतर्कता और समय पर उपचार से बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और वे ठंड के मौसम का आनंद बिना किसी परेशानी के उठा सकेंगे।

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