समस्तीपुर में सिर चढ़कर बोल रही गुंडई, ससुर की हत्या करने पहुंचे बदमाशों ने बहू की गोली मार की हत्या

मनीषा देवी की फाइल फोटो।
दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के अजनौल पंचायत के वार्ड संख्या 4 के खोकसहा में बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम, हत्या की वजह भूमि विवाद
समस्तीपुर (बिहार) से ज्योति कुमार सिंह रिपोर्ट
बिहार के समस्तीपुर जिले से हत्या की एक और बड़ी खबर सामने आई है। इससे यह तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि समस्तीपुर में गुंडई सिर चढ़कर बोल रही है और पुलिस बेबस बनी हुई है। गोली मार कर हत्या कर देना आम बात हो गई है। अभी डबल मर्डर कांड की चर्चा थमी नहीं कि भूमि विवाद में एक शिक्षिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
खबर के मुताबिक बताया जाता है कि सोमवार की भोर में करीब 5 से 6 की संख्या में हथियार से लैस बदमाशों ने दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के अजनौल पंचायत के वार्ड संख्या 4 के खोकसहा में नरेश साह के घर पर धावा बोल दिया। बदमाशों के निशाने पर नरेश साह थे, लेकिन बदमाशों की गोली का निशाना नरेश साह की 24 वर्षीय बहू मनीषा देवी बन गई। गोली सीधे मनीषा के सिर में लगी और वह लहूलुहान होकर कीचन में गिरी और दम तोड़ दी, यानी मनीषा की हत्या हो गई। मनीषा अवनीश कुमार साह की पत्नी थी।
इस घटना की वजह भूमि विवाद सामने आया है। यह भी बताया गया है कि इस विवाद में दो हत्या पहले भी हो चुकी है। आगे किसी हादसे की आशंका को लेकर नरेश साह ने स्थानीय थाने में 20 दिसंबर को आवेदन देकर जान माल की सुरक्षा का गुहार लगाया था, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और इस परिवार में तीसरी हत्या हो गई।
घटना के बाद डीएसपी विवेक कुमार शर्मा थानाध्यक्ष राकेश कुमार रंजन के साथ मौके पर पहुंचे। घटना से गुस्साए लोग एसपी के साथ वरीय अधिकारी के आने के बाद ही शव उठाने की बात पर आड़े गए। मौके पर जुटे स्थानीय लोगों की मानें तो उनका कहना था कि यदि समय रहते पुलिस ने आवेदन मिलने के बाद कार्रवाई की होती तो यह घटना नहीं होती। भूमि विवाद में इस परिवार में पहले भी दो हत्या हो चुकी है, बावज़ूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
आम इंसान की सुरक्षा पर सवाल…?
इस घटना ने आम इंसान की सुरक्षा, संरक्षा, न्याय और कानून पर सवाल खड़ा कर दिया है। इसका जिम्मेदार कौन है यह तो वक्त और यहां हुक्मरान और सरकार तय करेगी, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि पुलिस की एक चुक से 24 वर्षीय बहू मनीषा देवी की हत्या हो गई, जो साल-डेढ़ साल पहले अपनी मेहनत से सरकारी शिक्षिका बनीं थी। सरकारी टीचर के तौर पर नौकरी कर रही थी। अपनी बहू के इस कामयाबी पर यह परिवार खुशहाल था।
आईए जानते है ससुर नरेश साह की जुबानी इस वारदात की दांस्ता…
दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के अजनौल पंचायत के वार्ड संख्या 4 के खोकसहा निवासी नरेश साह ने बताया कि सोमवार की रात सब लोग घर में सो रहे थे। करीब पांच से छह की संख्या में आए लोगों ने बोला नरेश भैया है गेट खोलिए, जैसे ही गेट खोला तो देखा कि एक के हाथ में हथियार था, जिसे देखकर में मैं छत की ओर भगा। मेरी पत्नी सुनैना भी नीचे चुप गई। बदमाश मेरे पीछे भागते हुए छत पर आ गए। शोर सुनकर मेरा बेटा अवनीश और बहु मनीषा देवी ने कमरे का दरवाजा खोला तो मैंने बाला कि बेटा भागो नहीं तो बदमाश गोली मार देंगे, इस पर बेटा बोला कौन है मैं देखता हूं, बेटा जैसे ही उसे पकड़ने की कोशिश किया वैसे बदमाश ने गोली चला दिया, बेटा नीचे की ओर बैठा कि उसके पीछे बहू खड़ी थी कि उसके सिर में गोली लग गई और वह कीचन में गिर गई और दम तोड़ दिया।
सुनिए पुलिस क्या कहती है…
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