अमरीका में टिकटॉक पर प्रतिबंध @ राष्ट्रीय सुरक्षा या राजनीतिक रणनीति…?

टिकटॉक
यह प्रतिबंध डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले लागू किया गया, चीनी स्वामित्व वाली इस लोकप्रिय ऐप के भविष्य पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि अमेरिका-चीन संबंधों में भी एक नया मोड़ दिया है
Khabari Chiraiya Desk : अमरीका में टिकटॉक ऐप पर प्रतिबंध लागू होना, एक ऐसा कदम है जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा, राजनीति और तकनीकी वर्चस्व के बीच बहस को और तीव्र कर दिया है। यह प्रतिबंध डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले लागू किया गया, जो इसकी समयबद्धता को लेकर सवाल खड़े करता है। इस फैसले ने न केवल चीनी स्वामित्व वाली इस लोकप्रिय ऐप के भविष्य पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि अमेरिका-चीन संबंधों में भी एक नया मोड़ दिया है।
अमेरिकी प्रशासन ने इस प्रतिबंध को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ते हुए तर्क दिया कि टिकटॉक अपने उपयोगकर्ताओं का डेटा चीनी सरकार के साथ साझा कर सकता है, जो अमेरिकी नागरिकों की गोपनीयता और सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। हालांकि, टिकटॉक ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया है कि उसका डेटा अमेरिकी सर्वरों पर सुरक्षित रूप से संग्रहीत है।
यह सवाल महत्वपूर्ण है कि क्या यह कदम वास्तव में राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक था, या यह ट्रंप प्रशासन की एक रणनीतिक चाल थी। चीन के साथ अमेरिका के आर्थिक और तकनीकी संघर्ष को देखते हुए, इस प्रतिबंध को तकनीकी वर्चस्व की लड़ाई का हिस्सा माना जा सकता है।
ट्रंप ने टिकटॉक को 90 दिनों का एक्सटेंशन देने की संभावना भी जताई है, जिससे यह सवाल उठता है कि यह प्रतिबंध वास्तव में कितना अपरिहार्य था। इसके साथ ही, इस कदम का सीधा असर अमेरिकी युवाओं और उन कंटेंट क्रिएटर्स पर पड़ेगा, जिन्होंने इस प्लेटफॉर्म के जरिए अपना करियर और पहचान बनाई। टिकटॉक जैसे बड़े प्लेटफॉर्म को अचानक बंद करने से अमेरिका की डिजिटल अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
टिकटॉक के सीईओ शू च्यू के ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की उम्मीदें भी इस मामले को दिलचस्प बनाती हैं। यह संभव है कि टिकटॉक अब अमेरिकी प्रशासन को यह भरोसा दिलाने के प्रयास करेगा कि वह उनकी चिंताओं को दूर कर सकता है। इसके लिए कंपनी को अपनी स्वामित्व संरचना में बदलाव लाना पड़ सकता है या डेटा सुरक्षा के नए उपाय अपनाने होंगे।
टिकटॉक का यह प्रयास महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि यह केवल एक ऐप का मामला नहीं है। यह वैश्विक डिजिटल उद्योग और अंतरराष्ट्रीय राजनीति के बीच के जटिल संबंधों का प्रतीक बन गया है।
इस प्रतिबंध ने सामाजिक स्तर पर भी कई सवाल खड़े किए हैं। टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म ने न केवल मनोरंजन को नया आयाम दिया, बल्कि कई छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को भी एक मंच प्रदान किया। इसके बंद होने से उनकी आय और पहचान पर गहरा असर पड़ सकता है।
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