महाकुंभ में विद्यार्थियों ने सीखी प्रबंधन की अनोखी कला

उन्हें भीड़ प्रबंधन, आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की रणनीतियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के समुचित आयोजन के गुण सिखाए जा रहे हैं
Khabari Chiraiya Desk प्रयागराज : महाकुंभ में देश के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी एक अनूठे इंटर्नशिप कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। यह कार्यक्रम महाकुंभ की समरसता, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और पर्यावरणीय महत्व को समझने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। सोमवार को इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हुई। विद्यार्थी न केवल महाकुंभ के विशाल आयोजन को करीब से देख रहे हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं को भी समझने का प्रयास कर रहे हैं।
महाकुंभ के महत्व को करीब से समझने का अवसर
महाकुंभ, जो विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, समर्पण, श्रद्धा और एकता का प्रतीक है। इस इंटर्नशिप कार्यक्रम में विद्यार्थियों को महाकुंभ के सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहलुओं का अध्ययन करने का अवसर मिला है। वे आयोजन की समग्र व्यवस्था, पर्यावरणीय संरक्षण, भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा प्रबंधन और सांस्कृतिक गतिविधियों की बारीकियों को देख और समझ रहे हैं।
संस्कृति और पर्यावरणीय स्थिरता पर विशेष ध्यान
विद्यार्थियों को महाकुंभ क्षेत्र में गंगा और उसकी सहायक नदियों की निर्मलता बनाए रखने के प्रयासों को करीब से देखने का मौका मिल रहा है। उन्हें प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को जानने के साथ-साथ पर्यावरणीय चुनौतियों और उनके समाधानों पर भी ध्यान केंद्रित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और हरित उपायों के महत्व को समझाने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया गया है। यह प्रयास विद्यार्थियों को धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के दौरान पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने की शिक्षा दे रहा है।
व्यावहारिक अनुभव का मंच
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में भाग लेकर विद्यार्थियों को प्रबंधन के व्यावहारिक कौशल विकसित करने का अवसर मिल रहा है। उन्हें भीड़ प्रबंधन, आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की रणनीतियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के समुचित आयोजन के गुर सिखाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, विभिन्न प्रशासनिक इकाइयों और विभागों के साथ काम करने का अनुभव भी उन्हें प्राप्त हो रहा है, जो उनके पेशेवर विकास में सहायक होगा।
राष्ट्रीय एकता और समरसता का संदेश
इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों और भाषाओं से विद्यार्थी शामिल हैं, जो राष्ट्रीय एकता और समरसता का प्रतीक है। दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा कीर्तिका महावर ने कहा कि यह अनुभव न केवल उनके शैक्षणिक विकास के लिए, बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी अद्वितीय है। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति को समझने और उसका हिस्सा बनने का एक अद्भुत अवसर बताया।
आयोजन समिति की सोच और उद्देश्य
महाकुंभ आयोजन समिति ने इस इंटर्नशिप कार्यक्रम को युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर बताया है। एक अधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं को महाकुंभ के महत्व को समझने और प्राचीन भारतीय संस्कृति व परंपराओं से जोड़ने का माध्यम है। आयोजन समिति का उद्देश्य है कि ये युवा महाकुंभ की भव्यता और समरसता को आत्मसात करें और इसे समाज में प्रसारित करें।
भविष्य के लिए उपयोगी अनुसंधान और अनुभव
इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों को विभिन्न शोध परियोजनाओं पर काम करने का अवसर दिया जाएगा। वे महाकुंभ के सांस्कृतिक और पर्यावरणीय प्रभावों का दस्तावेजीकरण करेंगे, जो भविष्य में ऐसे आयोजनों की योजना बनाने में सहायक होगा। उनके अनुभव और सुझाव महाकुंभ जैसे आयोजनों की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।
विद्यार्थियों में जोश और उत्साह का माहौल
महाकुंभ नगरी में इस समय विद्यार्थियों का जोश और उत्साह चरम पर है। उन्होंने महाकुंभ के महत्व को प्रत्यक्ष अनुभव करते हुए इसे अपने जीवन का अविस्मरणीय अनुभव बताया है। एक छात्र ने कहा कि किताबों में महाकुंभ के बारे में पढ़ा था, लेकिन इसे प्रत्यक्ष रूप से अनुभव करना अविस्मरणीय है।
युवाओं के लिए सीखने और समझने का केंद्र
महाकुंभ में आयोजित यह इंटर्नशिप कार्यक्रम विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, परंपराओं और पर्यावरणीय स्थिरता को समझने का अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है। इस कार्यक्रम से उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक कौशल में भी निखार आ रहा है। ऐसे प्रयास भविष्य में युवाओं को जागरूक और सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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