September 6, 2025

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वॉट्सऐप यूजर्स के लिए खतरे की घंटी, सरकार ने दी हाई-रिस्क चेतावनी

  • iOS और Mac वर्जन में पाई गई खामी इतनी गंभीर है कि इसका फायदा उठाकर साइबर अपराधी आपको नकली लिंक भेजकर आपके डिवाइस तक घुसपैठ कर सकते हैं

Khabari Chiraiya Desk: भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने वॉट्सऐप यूजर्स को सतर्क किया है। एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि वॉट्सऐप के पुराने वर्जन्स में एक ऐसी कमजोरी सामने आई है, जिससे साइबर अपराधियों को यूजर की निजी जानकारी और चैट तक पहुंचने का मौका मिल सकता है। यह खतरा खासकर उन लोगों के लिए ज्यादा है जो iOS और Mac पर वॉट्सऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्होंने अभी तक ऐप को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट नहीं किया है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि चेतावनी को हल्के में लेना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

क्यों है यह खतरा?

CERT-In ने बताया कि यह खामी लिंक्ड डिवाइस हैंडलिंग से जुड़ी हुई है। अगर कोई यूजर हैकर के भेजे गए फेक या मालिशियस लिंक पर क्लिक कर देता है, तो उसका संवेदनशील डाटा और चैट हिस्ट्री खतरे में पड़ सकती है। यानी महज एक लिंक पर क्लिक करना ही आपकी डिजिटल प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।

किन वर्जन्स पर सबसे ज्यादा असर?

CERT-In की रिपोर्ट में साफ किया गया है कि वॉट्सऐप फॉर iOS के 2.25.21.73 से पुराने वर्जन, वॉट्सऐप बिज़नेस फॉर iOS के 2.25.21.78 से पुराने वर्जन और वॉट्सऐप फॉर Mac के 2.25.21.78 से पहले के वर्जन पर यह खामी सबसे ज्यादा असर डाल रही है। ऐसे वर्जन्स का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स पर हैकर्स की नजर बनी हुई है।

खतरे की गंभीरता और बढ़ी

CERT-In ने चेतावनी दी है कि यह बग अपने आप में खतरनाक है, लेकिन अगर इसे Apple के दूसरे बग (CVE-2025-43300) के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाए, तो हैकर्स को और ज्यादा ताकत मिल सकती है। इसका मतलब यह हुआ कि आपके डाटा चोरी होने के कई रास्ते एक साथ खुल सकते हैं।

सुरक्षित रहने का उपाय

एजेंसी ने सभी यूजर्स से अपील की है कि वे तुरंत वॉट्सऐप का लेटेस्ट वर्जन डाउनलोड और इंस्टॉल करें। इसके अलावा किसी भी संदिग्ध लिंक या अज्ञात मैसेज को ओपन करने से बचें। जब तक ऐप पूरी तरह अपडेट न हो जाए, तब तक किसी भी URL पर क्लिक करना बेहद जोखिम भरा हो सकता है।

क्यों जरूरी है अपडेट करना

भारत में वॉट्सऐप सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मैसेजिंग ऐप है। ऐसे में अगर लाखों-करोड़ों लोग अपडेट करने में लापरवाही करते हैं तो उनका निजी डाटा खतरे में पड़ सकता है। फिलहाल मेटा की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन कंपनी आमतौर पर इस तरह की समस्याओं को तेजी से पैच कर देती है। सरकार की चेतावनी साफ है-यूजर्स को तुरंत ऐप अपडेट कर लेना चाहिए, वरना परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं।

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