December 21, 2025

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युद्ध रोकने से लेकर आर्थिक उछाल तक डोनाल्ड ट्रंप का संदेश

  • ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने अपनी वैश्विक ताकत फिर से स्थापित की है, मध्य पूर्व में शांति और बंधकों की रिहाई का दावा किया गया

Khabari Chiraiya Desk : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के जरिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर खुलकर बात की। ऐसे समय में जब अमेरिका आर्थिक चुनौतियों और राजनीतिक दबावों से गुजर रहा है, ट्रंप ने अपने कार्यकाल को उपलब्धियों से भरा बताते हुए आलोचनाओं का जवाब देने की कोशिश की। उनके भाषण में युद्ध रोकने के दावे, सैन्य सम्मान, आव्रजन पर सख्त बयान और आर्थिक उछाल के वादे प्रमुख रूप से सामने आए।

राष्ट्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अमेरिका की वैश्विक ताकत को दोबारा स्थापित किया है। उन्होंने दावा किया कि बीते दस महीनों में दुनिया के आठ बड़े संघर्षों को समाप्त या नियंत्रित किया गया। ट्रंप ने ईरान के परमाणु खतरे को खत्म करने और गाजा में युद्ध समाप्त होने की बात कही। उनका कहना था कि इन कदमों से मध्य पूर्व में लंबे समय बाद स्थिरता का दौर शुरू हुआ है और बंधकों की रिहाई भी संभव हो सकी है। ट्रंप ने इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए इसे अपने नेतृत्व की सफलता करार दिया।

सैन्य बलों के प्रति समर्थन जताते हुए ट्रंप ने एक बड़ी घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि क्रिसमस से पहले देश के करीब 14 लाख 50 हजार सैन्य कर्मियों को विशेष योद्धा लाभांश दिया जाएगा। अमेरिका की स्थापना के वर्ष 1776 के सम्मान में प्रत्येक सैनिक को 1,776 डॉलर दिए जाएंगे। ट्रंप ने कहा कि सेना ने देश की सुरक्षा में जो भूमिका निभाई है, उसका सम्मान करना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है।

अपने संबोधन में ट्रंप ने आव्रजन को लेकर भी कड़ा रुख दोहराया। उन्होंने अप्रवासियों पर अमेरिकियों की नौकरियां छीनने का आरोप लगाया और कहा कि उनका प्रशासन इस समस्या से सख्ती से निपट रहा है। ट्रंप के बयान से साफ संकेत मिला कि आव्रजन नीति आने वाले समय में भी उनकी राजनीति का अहम मुद्दा बनी रहेगी।

विदेश नीति के संदर्भ में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने खतरनाक विदेशी ड्रग कार्टेल के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है। हालांकि उन्होंने वेनेजुएला पर लगाए गए प्रतिबंधों और वहां अमेरिकी सैन्य गतिविधियों पर ज्यादा विस्तार से बात नहीं की। इसके बजाय प्रशासन की ओर से यह संदेश दिया गया कि अमेरिका अपने हितों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। इसी बीच अमेरिकी संसद में लैटिन अमेरिका में सैन्य गतिविधियों पर नियंत्रण से जुड़े एक प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया, जिसे ट्रंप समर्थक सांसदों का समर्थन मिला।

आर्थिक मोर्चे पर ट्रंप ने आशावादी तस्वीर पेश की। उन्होंने कहा कि अमेरिका जल्द ही अभूतपूर्व आर्थिक उछाल की ओर बढ़ेगा। ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि वे फेडरल रिजर्व के नए अध्यक्ष की नियुक्ति करेंगे और ऐसा व्यक्ति चुनेंगे जो ब्याज दरों में बड़ी कटौती के पक्ष में हो। उनका दावा था कि कम ब्याज दरें निवेश और रोजगार को नई गति देंगी।

महंगाई को लेकर उठ रहे सवालों पर ट्रंप ने कहा कि उनके प्रशासन ने रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों को काबू में किया है। उन्होंने दावा किया कि बीते समय में खाद्य वस्तुओं की कीमतों में आई तेजी के लिए डेमोक्रेटिक नेतृत्व जिम्मेदार था, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। ट्रंप के अनुसार थैंक्सगिविंग टर्की की कीमत में उल्लेखनीय गिरावट आई है और अंडों के दाम भी पहले की तुलना में काफी कम हुए हैं।

कुल मिलाकर, ट्रंप का यह संबोधन उपलब्धियों के प्रदर्शन और राजनीतिक संदेश का मिश्रण रहा। उन्होंने अपने समर्थकों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की कि अमेरिका सही दिशा में आगे बढ़ रहा है, जबकि आलोचकों को अपने फैसलों का बचाव करते हुए जवाब दिया। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप के ये दावे जमीनी हकीकत में कितना असर दिखाते हैं।

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