प्रमुख सचिव हेल्थ ने कहा-मेडिकल कॉलेज आने वाले सभी मरीजों को दी जाएं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं
प्रमुख सचिव चिकित्सा उच्च शिक्षा विभाग ने महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज देवरिया का लिया जायजा, कहा-मेडिकल कॉलेज में ब्लड सेपरेशन यूनिट के लिए शीघ्र ही मिलेगा लाइसेंस
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग आलोक कुमार ने गुरुवार को महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज देवरिया का जायजा लिया। इस दौरान मिली खामियों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज आने वाले प्रत्येक मरीज को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित कराया जाए। मौके पर प्रमुख सचिव ने जिम्मेदारों को मेडिकल कॉलेज के सभी कर्मचारियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। कहा कि इससे नागरिकों को बेतहर स्वास्थ्य सुविधा देने में सहायता मिलेगी। उन्होंने स्वीकृत पद के सापेक्ष सभी पदों पर नियुक्ति करने का भी निर्देश दिया। कहा कि मेडिकल कॉलेज स्वास्थ्य सुविधा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां मानव संसाधन पर्याप्त होना चाहिए। बताया कि मेडिकल कॉलेज में ब्लड सेपरेशन यूनिट के लिए शीघ्र ही लाइसेंस मिल जाएगा, जिससे चिकित्सकीय सुविधा बेहतर हो सकेंगी।
प्रमुख सचिव गुरुवार को पूर्वाहन में महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज देवरिया पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का जायजा लिया। उन्होंने इमरजेंसी में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों से मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। इमरजेंसी में गर्मी को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को मरीजों की सुविधा के लिए एसी लगाने का निर्देश दिया। कहा कि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को सबसे पहले स्टेबलाइज किया जाए। फिर आवश्यकता अनुसार संबंधित विशेषज्ञ डॉक्टर से कंसल्ट किया जाए। अत्यंत आवश्यक हो तभी मरीज को अंयत्र रेफर किया जाए।
प्रमुख सचिव जिला महिला अस्पताल के गायनोकोलॉजी विभाग पहुंचे। यहां उन्होंने बच्चों की डिलीवरी से जुड़ी जानकारी ली। साथ ही मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए बैठने का स्थान, पेयजल और पंखे की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। एक्सरे और सीटी स्कैन की सेवाओं को 24*7 उपलब्ध कराने की दिशा में आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिया। साथ ही गायनोकोलॉजी विभाग को एमसीएच विंग में शिफ्ट करने के लिए सात दिन का समय दिया। उन्होंने कहा कि एमसीएच विंग में बेहतर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। उसका अधिकतम उपयोग होना चाहिए। इस दौरान मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजेश कुमार बरनवाल, सीएमएस डॉ. आनंद मोहन वर्मा, एसडीएम सौरभ सिंह, डॉ. एचके मिश्रा सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
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