मनीष गुप्ता हत्याकांड में फरार एक-एक लाख के इनामी इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज गिरफ्तार
Notice: Trying to get property 'post_excerpt' of non-object in /home/u305984835/domains/khabarichiraiya.com/public_html/wp-content/themes/newsphere/inc/hooks/hook-single-header.php on line 67
मनीष गुप्ता हत्याकांड के आरोपित जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा को रविवार की शाम रामगढ़ताल क्षेत्र से गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों की गिरफ्तार की जानकारी एसआईटी को दी गई है। एसआईटी उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले गोरखपुर पुलिस की आठ टीमें आरोपित छह पुलिसवालों की तलाश में लगी थी। दो मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ ही अन्य पर भी भारी दबाव बनाया जा रहा है। वहीं एक आरोपित विजय यादव ने हाईकोर्ट में सरेंडर की अर्जी डाली है।
इंस्पेक्टर जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा की गिरफ्तारी की एसएसपी डा. विपिन ताडा ने पुष्टि की है। पुलिस के मुताबिक कानपुर व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में फरार आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायन सिंह (जेएन सिंह) चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में गोरखपुर आए थे। आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
आपको बता दें कि दो दिन पहले फरार पुलिसकर्मियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इनाम की राशि 24 घंटे के भीतर ही बढ़ाकर एक-एक लाख रुपये कर दी गई थी। घटना के बाद से यह पुलिसकर्मी फरार चल रहे थे। घटना की जांच कर रही एसआईटी टीम की सदस्य और डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने बताया था कि बर्रा-3 के जनता नगर निवासी मनीष की मौत के मामले में फरार चल रहे हत्यारोपित तत्कालीन इंस्पेक्टर अमेठी के मुसाफिरखाना निवासी जेएन सिंह, बलिया निवासी तत्कालीन एसआई अक्षय मिश्रा, जौनपुर बक्सा निवासी एसआई विजय यादव, मिर्जापुर निवासी एसआई राहुल दुबे, गाजीपुर निवासी मुख्य आरक्षी कमलेश यादव और गाजीपुर निवासी आरक्षी प्रशांत कुमार को सस्पेंड किया जा चुका है।
- केंद्र ने कोयला संकट के दावों को नकारा
- Priyanka Gandhi : देश में सिर्फ दो तरह के लोग सुरक्षित, भाजपा के साथ वाले और बड़े उद्योगपति
आगे की खबरों के लिए आप हमारे Website पर बने रहें…
