यूपी के युवाओं के लिए रोजगार से जुड़ी खबर, जानें कौन जिला बन रहा रोजगार का हब
जीबीसी 4.0 के जरिए सोनभद्र में 1.21 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश धरातल पर उतरा , 3 बड़े थर्मल प्लांट्स से 5400 लोगों को रोजगार देगी एनटीपीसी
कभी नक्सलियों से प्रभावित रहा सोनभद्र आज न सिर्फ प्रदेश के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाने जा रहा है, बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित करने जा रहा है। एक सरकारी बयान में दावा किया गया है कि जीबीसी 4.0 के जरिए सोनभद्र में 1.21 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश धरातल पर उतरा है। इनमें 3 बड़े थर्मल प्लांट्स स्थापित कर एनटीपीसी करीब 5400 लोगों को रोजगार देगी।
सरकारी बयान में दावा किया गया है कि हाल ही में संपन्न हुई ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के जरिए प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े जिले सोनभद्र में 1,21,277 करोड़ रुपए का निवेश धरातल पर उतरा है, जो गौतमबुद्धनगर के बाद दूसरा सर्वाधिक निवेश है। इसके जरिए यहां हजारों रोजगार के अवसर सृजित होने जा रहा है। इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि यहां स्थापित हो रहे टॉप-5 इन्वेस्टमेंट के जरिए ही 81,391 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स के तहत 10,500 से ज्यादा रोजगार सृजित होने जा रहे हैं। इन बड़े प्रोजेक्ट्स में ज्यादातर थर्मल पावर और पंप स्टोरेज से संबंधित हैं।
योगी सरकार ने दावा किया है कि सोनभद्र में एनटीपीसी तीन बड़े थर्मल पावर प्लांट के जरिए 51,050 करोड़ रुपए निवेश कर रहा है। इसमें 18,625 करोड़ रुपए की लागत से 2X800 मेगावाट अनपरा ई थर्मल पावर प्लांट स्थापित कर रहा है, जिसमें 2200 लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। इसी तरह 17,985 करोड़ की लागत से 2X800 मेगावाट ओबरा डी थर्मल पावर प्लांट स्थापित किया जा रहा है जो क्षेत्र में 2200 लोगों को नौकरियां प्रदान करेगा। वहीं, सिंगरौली कोल बेस्ड थर्मल प्लांट को तीसरे चरण के तहत 1600 मेगावाट (2×800) में विस्तारित किया जा रहा है। इससे 1000 लोगों को सेवायोजन प्रदान किया जा सकेगा। इस तरह एनटीपीसी लि. के इन तीनों बड़े प्रोजेक्ट्स के जरिए कुल 5400 लोगों को रोजगार प्राप्त हो सकेगा।
पंप स्टोरेज में 5 हजार रोजगार प्रदान करेगी टोरेंट
थर्मल प्लांट के साथ ही सोनभद्र में पंप्ड स्टोरेज प्लांट में भी भारी निवेश हो रहा है। इसके तहत ग्रीनको ग्रुप 17181 करोड़ रुपए से 3660 मेगावाट पीएसपी प्रोजेक्ट स्थापित कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सोनभद्र में 300 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। इसी तरह, जानी मानी पावर कंपनी टोरेंट पावर लि. 2400 मेगावाट पीएसपी प्रोजेक्ट की स्थापना करने जा रही है, जो यहां सबसे ज्यादा 4800 लोगों को रोजगार देकर समायोजित करेगी। सोनभद्र जिले में स्थापित हो रहे यह प्लांट एक स्वच्छ एवं पर्यावरण अनुकूल प्रोजेक्ट है, जो कि रिवर ईकोसिस्टम को न परिवर्तित करती है, न ही नुकसान पहुंचाती है। टोरेंट पावर ने क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक ढांचे के उत्थान के लिए आस-पास के क्षेत्र में सीएसआर गतिविधियां संचालित करने का भी संकल्प लिया है, जिसमें उसे मैनपावर की आवश्यकता होगी।
सही साबित हो रहा सोनांचल का तमगा
नक्सल गतिविधियों के चलते एक समय तक सोनभद्र जैसे जिलों में उद्योग जगत बड़ा निवेश करने से कतराते थे। हालांकि, योगी सरकार की अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति, दुर्गम और हाशिये वाले क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं का विकास, आधारभूत संरचनाओं का निर्माण और बेहतर कनेक्टिविटी के चलते सोनभद्र, यूपी को देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देने जा रहा है। सोनभद्र उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है। सोनभद्र भारत का एकमात्र जिला है जिसका बॉर्डर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ झारखंड और बिहार के चार राज्यों से मिलता है। सोनभद्र जिला एक औद्योगिक क्षेत्र है और इसमें बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला, सोना आदि जैसे बहुत सारे खनिज हैं। सोंभद्र को भारत की ऊर्जा राजधानी भी कहा जाता है। अब सही मायनों में सोनभद्र खुद को मिले सोनांचल के तमगे को सही साबित करने जा रहा है।
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