November 21, 2024

खबरी चिरईया

नजर हर खबर पर

फार्मेसी पंजीकरण में फर्जीवाड़े का तार…देश के सात राज्यों से जुड़ा   

UP: खबर है कि फार्मेसी के पंजीकरण में फर्जीवाड़े का तार देश के सात राज्यों से जुड़ा है। जिन 50 अवेदनपत्रों में फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र लगाए गए थे, वे 7 राज्यों के 14 अलग-अलग फार्मेसी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के बताए जा रहे हैं, जहां से जारी किए गए थे। सभी के प्रमाणपत्रों पर अधिकारी के हस्ताक्षर और मुहर लगी है। इनमें उत्तर प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों से 20, राजस्थान से 18, मध्यप्रदेश से 7, पंजाब से 2, कर्नाटक, उत्तराखंड और हरियाणा से एक-एक आवेदक ने फर्जी प्रमाणपत्र लगा रखा था। इस फर्जीवाड़े की जांच कर रहे गाजीपुर इंस्पेटर विकास राय के मुताबिक सभी प्रमाणपत्रों की जांच फॉरेंसिक लैब में कराई जाएगी। इसके लिए फार्मेसी काउंसिल से दस्तावेज मांगे गए हैं।

खबर के मुताबिक बताया जा रहा है कि यूपी फार्मेसी काउंसिल के रजिस्टार डॉ. भानु प्रताप सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर रही पुलिस टीम को पूरा सहयोग करने की बात कही है। रजिस्टार ने तत्काल प्रभाव से जांच कर रही पुलिस टीम के सहयोग के लिए तीन कर्मचारियों का नामित कर दिया है। तीन कर्मचारियों में विशेष कार्याधिकारी रमेश चंद्र श्रीवास्तव, सहायक लिपिक विकास सिंह और विजय सिंह का नाम शामिल है।

जानें फर्जीवाड़े का सच कैसे खुला…

हाल ही में यूपी फार्मेसी काउंसिल में लाइसेंस पंजीकरण के लिए डिप्लोमा व डिग्री धारक फार्मेसी के ऑनलाइन आवेदन आए। आवेदकों द्वारा लगाए गए शैक्षणिक प्रमाणपत्रों के बारे में काउंसिल को जानकारी मिली कि ज्यादातर शैक्षणिक प्रमाणपत्र फर्जी है। कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर ऑनलाइन आवेदन किया गया है। जब इसकी जांच कराई गई तो 50 आवेदकों के प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए। इसकी पुष्टी संबंधित शैक्षणिक संस्थान द्वारा भी की गई। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टी होने पर सभी आरोपियों के खिलाफ यूपी फार्मेसी काउंसिल के रजिस्टार डॉ. भानु प्रताप सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया। इसके बाद उन 50 आवंदको के खिलाफ लखनऊ के गाजीपुर थाने में मामला दर्ज कराया गया। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद गाजीपुर इंस्पेटर विकास राय ने तहकीकात शुरू की।

जानें किस लिए यहां करना होता है आवेदन…

दवा की दुकान खोलने के लाइसेंस के लिए यूपी फार्मेसी काउंसिल में आवेदन करना होता है। यहां जांच के बाद लाइसेंस जारी किया जाता है। यूपी फार्मेसी काउंसिल का कार्यालय लेखराज मार्केट-2, लखनऊ में है।

आगे की खबरों के लिए आप हमारे Website पर बने रहें…

error: Content is protected !!