यूपी ‘‘ईज ऑफ डूइंग’’ में उत्कृष्ट स्थान पर रहकर भारत का ग्रोथ इंजन बन रहा है : आशीष पटेल
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्राविधिक शिक्षा में 3034 करोड़ रुपए के निवेश का एमओयू किया गया है
लखनऊ (यूपी)। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर निवेशकों से राज्य के प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बांट माप मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री योगी के कुशल संचालन में उत्तर प्रदेश ‘‘ईज ऑफ डूइंग’’ में उत्कृष्ट स्थान पर रहकर भारत का ग्रोथ इंजन बन रहा है।
मौका था शुक्रवार को राजधानी के लोक निर्माण विभाग निर्माण भवन के विश्वेश्वरैया सभागार में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों को लेकर प्राविधिक विभाग के साथ जुड़े उद्योगों, शैक्षणिक समूहों स्टार्टअप इनक्यूबेटर व अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों के प्रमुख निवेशकों के साथ परिचर्चा की, जो प्राविधिक शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित थी।
इस दौरान निवेशकों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने 05 वर्षों 2022-27 की अवधि में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वर्तमान स्तर 0.254 खरब डालर से 01 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य की पूर्ति हेतु शासन द्वारा प्रदेश स्तर पर इन्वेस्ट यूपी नाम से एक विशिष्टि इकाई स्थापित की गई है। लक्ष्य की पूर्ति से संबंधित कार्ययोजना को तैयार करने व उसके अनुरुप कार्यवाहियां सम्पादित करने के दृष्टिगत डेलॉयट इंडिया को कन्सलटेंसी एजेंसी नियुक्त किया है।
मंत्री ने निवेशकों को बताया कि प्राविधिक शिक्षा विभाग हेतु प्रदेश सरकार ने 5000 करोड़ रुपए का निवेश लक्षित किया गया है, जिसकी पूर्ति हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 149 इन्वेस्टर द्वारा प्राविधिक शिक्षा विभाग से जुड़े विभिन्न संस्थानों, स्टार्ट-अप्स एवं उद्योगों के माध्यम से 3034 करोड रुपये के प्राप्त निवेश प्रस्ताव पर एमओयू किया गया है।
प्राविधिक शिक्षा में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि यूपी के विद्यार्थियों को प्रदेश में ही सर्वश्रेष्ठ तकनीकी शिक्षा मिल सके इसके लिए कार्य करें। मंत्री ने निवेशकों से कहा कि आप निवेश के नवीन रास्ते सुझायें, प्रदेश सरकार उनको लागू करने के आपको बेहतर अवसर तथा भौतिक एवं वित्तीय संसाधन उपलब्ध करायेगी।
प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि आस्ट्रेलिया और, सिंगापुर देशों में जाकर वहां के निवेशकों से मिला। वहां के निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए बहुत अधिक तत्पर हैं। सरकार चाहती है कि इस कार्य में उत्तर प्रदेश तथा भारत के निवेशक भी सहभागी बनें।
प्रमुख सचिव ने कहा कि पीपीपी मोड पर वर्त्तमान में 2 राजकीय पॉलीटेक्निक सत्र 2021-22 से संचालित है तथा सत्र 2023-24 से 4 अन्य संस्थान संचालित किया जाना है। अगले चरण हेतु चिन्हित 15 संस्थानों हेतु निविदा आमंत्रण की कार्यवाही प्रक्रियान्तर्गत है। शिक्षण प्रशिक्षण में निजी सहभागिता के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता को बढ़ाना मूल उद्देश्य है।विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा अन्नावी दिनेश कुमार ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस परिचर्चा में निदेशक प्राविधिक शिक्षा कन्हैया राम, कुलपति एकेटीयू प्रदीप कुमार मिश्रा, एचबीटीयू कुलपति प्रोफेसर शमशेर, समस्त विभागीय अधिकारियों के साथ प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये हुये उद्योगपतियों व शैक्षणिक संस्थान समूह के साथ-साथ औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
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